Optative Sentences in Hindi – Rules, Examples

इंग्लिश ग्रामर को अच्छी तरह समझने के लिए सेंटेंस के प्रकार को समझना जरूरी होता है इसलिए आज हम आपको सेंटेंस के एक प्रकार Optative Sentence के बारे में आज के इस आर्टिकल में बताने वाले हैं। इस वाक्य के अंतर्गत किसी प्रकार के भाव को सोचना, प्रार्थना करना, प्रेम भाव प्रकट करना आदि जैसे भाव प्रकट होते हैं।

आमतौर पर Optative Sentence का उपयोग इसके नियम के आधार पर किया जाता है इसलिए आपको इस सेंटेंस के बारे में जानने के लिए इसके नियम एवं उपयोग को समझना जरूरी होता है जिससे हम इस आर्टिकल में विस्तृत तरीके से जानेंगे तो आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

Optative Sentences किसे कहते है?

ऐसी कोई भी वाक्य जिससे मनोकामना, इच्छा, प्रार्थना आदि जैसे भाव प्रकट हो उसे हम ऑप्टेटिव सेंटेंस कहते हैं। आमतौर पर इस तरह के वाक्य का उपयोग लोगों के द्वारा बोलचाल में किया जाता है इसलिए आपको Optative Sentence को जानना बहुत जरूरी हो जाता है।

अगर इसकी एक सटीक परिभाषा के बारे में बात की जाए तो हम optative Sentence को इस प्रकार का सकते हैं कि ऐसा कोई वाक्य जिससे आंतरिक भावना प्रकट की जा रही हो उसे हम optative Sentence कहते हैं। ऑप्टेटिव सेंटेंस को हम हिंदी में इच्छा वाचक वाक्य भी कहते हैं।

Examples of Optative Sentence

  • भगवान करे तुम्हारी यात्रा सुखद और सुरक्षित हो!
  • भगवान करे तुम्हारे द्वारा शुरू की जाने वाली मेहनत सफल हो!
  • ईश्वर की ऐसी कृपा हो कि तुम्हें सच्चा साथी मिले! 
  • हे भगवान नौकरी में तरक्की मिले! 
  • भगवान करे तुम्हारा परिवार हमेशा खुश रहे!
  • हे ईश्वर तुम्हारा सारा कष्ट दूर हो जाए!
  • हे प्रभु इसका स्वास्थ्य उत्तम कर दो! 
  • हे प्रभु इसकी यात्रा मंगलमय रहे! 
  • भगवान करे तुम्हें सच्चा लाइफ पार्टनर मिल जाए! 
  • हे प्रभु इसकी आत्मा को शांति दे! 
  • भगवान करे कि तुम्हें सही मार्गदर्शन करने वाला व्यक्ति मिले! 
  • हे प्रभु मेरा दिन शुभ हो!
  • भगवान करे उस व्यक्ति का परिवार सदा सुरक्षित रहे!
  • भगवान करे तुम्हें नौकरी मिल जाए! 
  • भगवान करे तुम्हारा भविष्य उज्जवल हो जाए!
  • ईश्वर करे कि तुम्हें सच्चा प्रेम करने वाला व्यक्ति मिले! 
  • भगवान करे तुम्हारी शादी जल्द हो जाए!
  • प्रभु तुम्हें साहस प्रदान करें! 
  • भगवान तुम्हें लंबी उम्र दे!
  • ईश्वर तुम्हें हर काम में सफलता दे!

Optative Sentences का प्रयोग

जैसा कि हमने इस सेंटेंस की परिभाषा में आपको बताया कि आंतरिक भावना को प्रकट करने के लिए इस वाक्य का प्रयोग किया जाता है इसलिए हम अब इसके प्रयोग को समझेंगे। 

कि आखिरकार कैसे optative sentence में आंतरिक भावना का प्रयोग किया जाता है, हालांकि हमारे द्वारा दिए जाने वाले उपयुक्त उदाहरण को पढ़कर आपको अभी तक थोड़ा बहुत भी जानकारी  इस वाक्य के बारे में समझ तो हो ही गया होगा।

  • जब किसी व्यक्ति को हम शुभकामनाएं देते हैं तो इस वाक्य का प्रयोग किया जाता है। जैसे – आपको नया साल मुबारक ! (Wish you a happy new year !)
  • जब हम किसी व्यक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं तो भी इस वाक्य का उपयोग किया जाता है। 
  • किसी प्रकार की अभिशाप या बद्दुआ देने के लिए भी optative sentence का उपयोग किया जाता है। 
  • सबसे महत्वपूर्ण बात optative sentence के उपयोग में ध्यान देने योग्य बात यह है कि आपको ऑप्टेटिव सेंटेंस के अंत में पंक्चुअल मार्क (!) लगाना होता है। 

Rules of Optative Sentence

अब तक हमने आपको ऑप्टेटिव सेंटेंस के प्रयोग के बारे में कुछ नियम तो बात ही दिए हैं लेकिन अब हम आपको इसके नियम थोड़े विस्तार पूर्वक तरीके से बताएंगे जिससे आपको इस वाक्य का उपयोग करना अच्छी तरह आ जाएगा।

Rule 1:  जब वाक्य का subject भगवान या परमात्मा आदि हो।

बहुत सारे ऐसे वाक्य होते हैं जो बोलचाल में शुरू होते हैं जिसमें भगवान या परमात्मा आदि का प्रयोग किया जाता है लोग हे भगवान, हे परमात्मा या भगवान करे जैसे वाक्य का आरंभ करते हैं। 

जिसका अर्थ may या wish होता है, इसके बाद Subject + Verb एवं अन्य का उपयोग किया जाता है। इस नियम के अंतर्गत आमतौर पर प्रार्थना और आशीर्वाद को वाक्य के द्वारा व्यक्त किया जाता है।

Rule :

May or wish + Subject + Verb 1st form + Object + Other Words + !

Examples 

अब हम आपको कुछ उदाहरण के जरिए इस नियम के अंतर्गत वाक्य बनाने के बारे में बताने वाले हैं जिसे पढ़कर आपको इस वाक्य का उपयोग करना आ जाएगा। 

  • भगवान तुम्हारी उम्र लंबी करें! 
  • प्रभु तुम्हारी सारी इच्छाएं पूरी करें! 
  • भगवान तुम्हें हमेशा खुश रखे!
  • भगवान तुम्हें और तुम्हारे परिवार को मुसीबत से बचाए!
  • ईश्वर करे तुम्हारी इच्छा मंगलमय में रहे! 
  • हे भगवान उस गरीब के सभी दुख दूर कर दो!
  • भगवान उस निर्धन व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य प्रदान करें!
  • हे भगवान मेरी सारी इच्छा पूरी हो जाए!
  • भगवान करे उसे व्यक्ति का भविष्य उज्जवल हो! 
  • भगवान उसे सच्चा प्रेम प्रदान करें!
  • हे ईश्वर उसे सदा प्रसन्न रखना!
  • भगवान तुमको सदा सुरक्षित रखें!
  • हे भगवान उसकी सारी मुसीबत दूर हो जाए!
  • हे भगवान तुम्हारा जीवन मंगलमय रहे!
  • हे प्रभु आप सदा मार्गदर्शन करे!
  • भगवान करे उसे सच्ची खुशी मिल जाए!

Rule 2: जब वाक्य का subject भगवान या परमात्मा आदि नहीं हो।

हिंदी के वाक्य में जब सब्जेक्ट के रूप में भगवान या प्रार्थना आदि का उल्लेख न किया जाए तो भी कई प्रकार के वाक्य बनाए जा सकते हैं। 

इसे और भी आसान तरीके से समझने के लिए हम आपको उदाहरण बताते हैं, लेकिन उसके पहले इसका नियम जानते हैं।

Rule:

May or wish + Subject + Verb 1st form + Object + Other Words + !

Examples 

  • तुम्हारा सफल होना निश्चित हो!
  • सभी बच्चे खुश होकर जीवन जिए!
  • वह लड़का अपने करियर में ऊंचाइयों पर पहुंचे!
  • तुम हमेशा स्वस्थ रहा करो!
  • सबका दिन मंगलमय हो! 
  • तुम्हारे माता-पिता बहुत खुश रहे! 
  • तुम्हारे विद्यार्थी अच्छा प्रदर्शन बनाए रखें! 
  • आप जल्द से जल्द ठीक हो! 
  • तुम्हारी यात्रा सुरक्षित पूरी हो जाए!
  • सभी लोग मिलजुल कर रहे!
  • वह अपने सपने को पूरा करते रहे! 
  • तुम्हारे सपने सच हो जाए!
  • तुम हर परिस्थिति में आगे होकर सामना किया करो!

Conclusion 

ऑप्टेटिव सेंटेंस को हिंदी में हम इच्छा वाचक वाक्य कहते हैं जिसमें व्यक्ति भगवान कुछ संबोधित करके या फिर बिना भगवान को संबोधित किया अपनी इच्छा किसी वाक्य में व्यक्त करता है। आज के इस आर्टिकल में मुख्य रूप से हमने optative sentence के बारे में ही विस्तार पूर्वक जानकारी बताई है उम्मीद करती हूं या जानकारी आपको optative sentence को समझने में मदद की होगी धन्यवाद।

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